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मैं एक साधारण सा डाकिया हूँ, जो झारखंड के एक छोटे से गाँव में घर-घर जाकर चिट्ठियाँ बांटता हूँ। इस नौकरी से जो भी तनख्वाह मिलती है, उससे मेरे परिवार का ...