#पुरुषों को       लिखा ही नहीं       ❤️🫠❤️ स्त्रियों को जब भी लिखा गया तो लिखा त्याग, समर्पण,ममता लिखा भावनाएं, संवेदनाएं  पुरुषों पर कलम कम ही चली और चली ...

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