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मिला है साथ तेरा जबसे, भुला बैठे हैं हम खुद को। मुट्ठी में कर ली है दुनिया, गंवा बैठे सुध-बुध को। हाथों में सबके है प्रीतम, उसे नज़दीक रखते हैं, हो ...