नववर्ष

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ज्योत्सना सा हर आंगन में, छाया है नववर्ष। चारों ओर उल्लास मय है, धरती का उत्कर्ष। बच्चे बूढ़े झूम रहे सब, उम्मीदों का थामे दामन, लेकर आएंगे हम खुशियाँ, हरियाली का ...

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