रौशनी

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बंद कमरे के अंधेरों में रौशनी आने दो  बहुत मायुश हूँ जरा मुझे मुस्कराने दो  माना की बाहर बहुत सर्द मौसम है  बहुत गहरी धुंध छाई है  इंसान को इंसान नही ...

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