मर्यादा

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मर्यादा मर्यादा की नदी के पार हम न मिलेंगे यकीन मानो उस किनारे जहां तुम खड़े हो संबोधनों में न उलझना रीत हम भी जानते हैं जग की कुछ रिश्ते यूं ...

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