चौपाइयाँ

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चौपाइयाँ मिल-जुल कर सब रहना भाई। इसमें रहती सदा भलाई।। सुख-दुख में सहभागी रहना। मानव-जीवन का है गहना।। जीवन को जिसने समझा है। कभी नहीं भ्रम में उलझा है।। मानवता ही ...

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