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*🧜♀️प्रेयसी*🧜♀️ स्वप्न सुन्दरी भाग्योदय प्रेयसी हो तुम मेरी , विधि की सर्वोत्कृष्ठ कृति तुम प्रियतमा मेरी ! बिखरी जुल्फे,मुख चन्द्र पर अवलम्बित घनी, बाहें परिधि मेरे कंठ पर शम्भू के गल ...