शिकायतों की भी कोई इब़्तिदा तो हो उनसे हो कोई भूल हमसे ख़ता तो हो!! हमसे भी हो जाएगी एक रोज शायरी  एकरोज हमसे रूठकर वो जुदा तो हो !! टूटेंगे ...

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