1 Part
39 times read
3 Liked
🌹🌹🌹🌹ग़ज़ल 🌹🌹🌹🌹 तिरे इ़श्क़ में बाख़ुदा हंसते-हंसते। निभाएंगे अ़हद-ए-वफ़ा हंसते-हंसते। सुना तो दी तू ने सज़ा हंसते-हंसते। ख़ता भी बता दे ज़रा हंसते-हंसते। क़सम से ज़रा भी बुरा हम न मानें। ...