1 Part
431 times read
18 Liked
दर्पण जैसे कुछ कहता है हमसे, हमको मिलवाता है हमसे, दीदार करवाता है हमारा ही हमसे।। नए रंग रूप दिखता है दर्पण, पर सच कहां दिखा पता है दर्पण, हम निहार ...