अंधेरा आज अचानक अंधेरे से मुलाकात हो गई कुछ खुली खुली सी बात हो गई। मैंने पूछा, आजकल कहां गुम रहते हो? वो बोला, मैं तो यहीं हूं, बस नजर नही ...

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