शिखर

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जीत भी तुम्हारी और हार भी तुम्हारी, सपने भी तुम्हारे और उन्हें शिखर तक पहुँचाने की  तमाम कोशिशें भी तुम्हारी। जब तक जीवित है तुम्हारे भीतर तुम्हारा आत्मविश्वास, मुझे यकीन है ...

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