नादान

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अंजान तो नही पर दिल-ओ-जान भी नहीं हो जो समझ न सको तुम इतने नादान भी नहीं हो। किसे रास आती हैं जुदाई इस जमाने में यहाँ, ये तड़प ना समझो ...

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