कशिश

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कशिश बाकी है... *************** मुस्कुराती आंखें महकती सांसें खामोशियों में सिमटती वो हंसी खो गए उन सिलसिलों की कशिश बाकी है  तेरी यादों के कारवां अब भी जारी है कितनी अनकही ...

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