हमदर्द

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हमदर्द ज़माने में इंसान तो मिले बहुत  ऐसा न था कोई जो समझे दर्द खुशियों में संग थे मित्र बेशुमार विपत्ति समय सब बन बैठे बेदर्द। अचानक आया एक राजकुमार साथ ...

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