आरजू

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न ज्यादा आरजू  न कोई ख़्वाहिश, बस इतना ही कहना है, बस हमको सुकुमार ही   भारत की नारी है, ना कोई अवला ना बेचारी हैं, अगर अपने पर आ जाए सारा ...

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