हकीकत

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कहो हकीकत कहो फसाना लेकिन ये सच्चाई है!  लाख बुराई भले हों उसमे पर ये भी अच्छाई है!  सबकी खातिर शख्स कोई भी एक समान नही होता!  मैं उसका हमदम हूँ ...

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