सांसे

1 Part

339 times read

6 Liked

हर एक ख्वाब अधुरी छूट रही है तुमको सूचित हो  नैनो से नदियां फुट रही है तुमको सूचित हो  तुम्हे पाकर अचानक रफ्तार जिसकी बढ़ जाती थी  वो सांसे अब हमी ...

×