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दिल में कितने राज़ छिपाए हुए हैं लोग। लम्हा लम्हा कैसे सताए हुए हैं लोग। ❤️ अपनों के लिए अपनों को मिलता नहीं है वक्त। गै़रों से अपनी बज़्म सजाए हुए ...