21 Part
812 times read
23 Liked
गमें-दिल मेरा बढ़ाते तो कुछ और बात होती, तुम बाम पर न आते तो कुछ और बात होती। दिल में लगी जो आतिश सोजिश बनी है कबसे, तुम गर उसे बुझाते ...