1 Part
267 times read
7 Liked
प्रेम प्रतिक्षा पूर्ण जीवन , क्षणभर का मिलन, जुदाई मिलीं आजीवन...!! विरह गीत में बरसों बीते दरस को तेरे नयना तरसे शाम धुन बीन सुनी ना कबसे प्रतिक्षा कर बावरा मन ...