जुदाई

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प्रेम प्रतिक्षा पूर्ण जीवन , क्षणभर का मिलन, जुदाई मिलीं आजीवन...!! विरह गीत में बरसों बीते  दरस को तेरे नयना तरसे शाम धुन बीन सुनी ना कबसे  प्रतिक्षा कर बावरा मन ...

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