ख़ामोशी

1 Part

326 times read

25 Liked

ख़ामोशी प्रतियोगिता के लिए लब खामोश थे मेरे बोलने की वज़ह देते कभी कुछ कह सकूँ बेहिचक  बस इतना सा हक दे देते छोड़ कर लक़ब को अपने कभी तो दोस्त ...

×