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मुक्त हवाओं का परिंदा बन ऊडना चाहूँ पंख फैलाकर आसमान को चूमना चाहूँ बादलों पर पैर रख चाँद को छु लूँ टिमटिमाते तारों संग झूम लूँ ख्वाहिशे बेहिसाब दिल में सजी ...