अजीब दौर हकी़क़त को ख्वाब लिखने लगे।

1 Part

590 times read

16 Liked

अजीब दौर हकी़क़त को ख्वाब लिखने लगे। फक़त चरागों को ही आफ़ताब लिखने लगे। ❤️ हमारे दौर के यह झूठे और फरेबी लोग। सभी लुटेरों को इज़्ज़त मआब लिखने लगे। ❤️ ...

×