1 Part
358 times read
9 Liked
🌹 ग़ज़ल🌹 ऐ महजबीं! आ तेरे गेसू संवार दूं। सारे जहां से बढ़कर तुझको मैं प्यार दूं । हर सांस मुंतज़िर है दीदार के लिए। मैं इंतजा़र में तेरे सदियां गुजा़र ...