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🌹🌹🌹🌹ग़ज़ल 🌹🌹🌹🌹 रेग ए रवाँ भी आएगी दरिया भी आएगा। यह है मुह़ाज़े इ़श्क़ याँ सहरा भी आएगा। रहता नहीं है एक सा मौसम कभी जनाब। अब दौर है ख़राब तो ...