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चित्रांकन ******** कोमल बदन मोहनी सूरत भाल पे तिलक है लाल नयनों में बिराजी निंदिया रानी मन मोह रहे नन्दलाल कोमल लाल कपोल हैं ऐसे जैसे प्रभात का दिनकर नींद ले ...