जज्बात

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मुश्किल है लिख पाना  जब बात अपनों की हो  कुछ जज्बात बयां नहीं होते  जब साथ अपनों का हो  परिवार पर जान लुटाना  हसते हसाते दर्द छुपाना  एक पिता ही जाने  ...

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