मारुतिनंदन

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विषय:- "मरूतिनंदन" केशरी के लाला, अंजनी के बाला। हमारे ये संकट ,तुम जरा हर लो।। भटकते भटकते , है आए कहा से। दर पर तुम्हारे, हम भिख मांगते।। हुई है हमसे ...

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