1 Part
297 times read
12 Liked
दोस्त भी दुश्मन की तरह काम कर गए। उम्मीद थी सुबह की मगर शाम कर गए । यादें तुम्हारी आई और आंखें बरस पड़ी। दुनिया समझ रही थी कि सब जख्म ...