वृक्ष

1 Part

289 times read

13 Liked

साेचती हूं काश  मैं भी एक वृक्ष होती जड़े मेरी मजबूत हाेती  हरियाली से भरी हाेती,  आस,  पास,बने चिडियाें के घाेसले  ओर उनकी चहचहाहट,  की गूंज   मेरे कानाे मैं  गुंजती  काश ...

×