हुस्न का नूर चरागों में अपने ढाल के रख

1 Part

154 times read

9 Liked

हुस्न का नूर चिराग़ों में अपने ढाल के रख। यह बड़ा की़मती है इसको तू संभाल के रख। तू दूसरों की ही बोली में बोलता क्यों है। जुबाँ  से अपने भी ...

×