फासले ही फासले हैं हमसफ़र कोई नही

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            🌷🌷   गज़ल 🌹🌹 फासले ही फासले हैं हम सफ़र कोई नहीं। मंजि़ले ही मंजि़लें हैं रह गुजर कोई नहीं। राह पर निकला था लेकर आंख ...

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