लेखनी कविता - अंतरद्वंद्व -अटल बिहारी वाजपेयी

24 Part

32 times read

0 Liked

अंतरद्वंद्व -अटल बिहारी वाजपेयी  क्या सच है, क्या शिव, क्या सुंदर? शव का अर्चन, शिव का वर्जन, कहूँ विसंगति या रूपांतर?   वैभव दूना, अंतर सूना, कहूँ प्रगति या प्रस्थलांतर? ...

Chapter

×