लेखनी कविता - वे मुस्कराते फूल नहीं -महादेवी वर्मा

50 Part

40 times read

0 Liked

वे मुस्कराते फूल नहीं -महादेवी वर्मा  वे मुस्कराते फूल नहीं  जिनको आता है मुरझाना  वे तारों के दीप नहीं  जिनको भाता है बुझ जाना  वे नीलम के मेघ नहीं  जिनको है ...

Chapter

×