5 Part
27 times read
0 Liked
परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना -अमीर ख़ुसरो परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना। बिर का दुख बहुत कठिन है प्रीतम अब आजावना। इस पार जमुना उस ...