10 Part
26 times read
0 Liked
गांधीजी के जन्मदिन पर / दुष्यंत कुमार मैं फिर जनम लूंगा फिर मैं इसी जगह आउंगा उचटती निगाहों की भीड़ में अभावों के बीच लोगों की क्षत-विक्षत पीठ सहलाऊँगा लँगड़ाकर चलते ...