लेखनी कविता - कबीर के पद -कबीर

57 Part

61 times read

0 Liked

कबीर के पद -कबीर  1. प्रेम नगर का अंत न पाया, ज्‍यों आया त्‍यों जावैगा॥  सुन मेरे साजन सुन मेरे मीता, या जीवन में क्‍या क्‍या बीता॥  सिर पाहन का बोझा ...

Chapter

×