76 Part
32 times read
0 Liked
वां उस को हौल-ए-दिल है तो यां मैं हूं शरम-सार / ग़ालिब वाँ उस को हौल-ए-दिल है तो याँ मैं हूँ शर्म-सार यानी ये मेरी आह की तासीर से न हो ...