लेखनी कविता -इब्ने-मरियम - कैफ़ी आज़मी

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इब्ने-मरियम / कैफ़ी आज़मी इब्ने-मरियम[1] तुम ख़ुदा हो ख़ुदा के बेटे हो या फ़क़त[2] अम्न[3] के पयंबर[4] हो या किसी का हसीं तख़य्युल[5] हो जो भी हो मुझ को अच्छे लगते ...

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