लेखनी कविता - मेरे दिल में तू ही तू है - कैफ़ी आज़मी

63 Part

32 times read

1 Liked

मेरे दिल में तू ही तू है / कैफ़ी आज़मी मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझपे ...

Chapter

×