लेखनी कविता -हाथ आकर लगा गया कोई - कैफ़ी आज़मी

63 Part

37 times read

0 Liked

हाथ आकर लगा गया कोई / कैफ़ी आज़मी   हाथ आ कर गया, गया कोई । मेरा छप्पर उठा गया कोई । लग गया इक मशीन में मैं भी शहर में ...

Chapter

×