लेखनी कविता -इस तरह तो - बालस्वरूप राही

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इस तरह तो / बालस्वरूप राही इस तरह तो दर्द घट सकता नहीं इस तरह तो वक़्त कट सकता नहीं आस्तीनों से न आँसू पोछिए और ही तदबीर कोई सोचिए। यह ...

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