158 Part
48 times read
0 Liked
डरपोक / बालस्वरूप राही लोहे जैसी पीठ मगर कछुआ फिर भी नहीं निडर। गर्दन बाहर करता है, लेकिन जब भी डरता है, अपने में खो जाता है, छोटा-सा हो जाता है। ...