158 Part
71 times read
0 Liked
जुड़वा भाई / बालस्वरूप राही धन्नु मन्नू जुड़वाँ भाई, मिलती-जुलती सूरत पाई। बिना दाँत के हँसते ही-ही, जैसे कोई बुढ़िया माई। एक खिलोना रखो बीच में, फिर देखो तुम हाथापाई। इन्हें ...