लेखनी कविता - छोटा भैया - बालस्वरूप राही

158 Part

50 times read

0 Liked

छोटा भैया / बालस्वरूप राही मेरा नन्हा-मुन्ना भैया नहीं किसी से डरता है ताली अगर बजता हूँ मैं आंखे मीच-मिच करता है। मम्मी उसे बैठा गोदी में। नंगा कर नहलाती है। ...

Chapter

×