158 Part
28 times read
0 Liked
मेहँदी / बालस्वरूप राही सादिक़ जी पहुंचे भोपाल, लाए मेहँदी किया कमाल। पापा ने रंग डाले बाल, मेहँदी निकली बेहद लाल। बुरा हुआ पापा का हाल, महँगा पड़ा मुफ्त का माल। ...