लेखनी कविता -जुगनू भाई - बालस्वरूप राही

158 Part

85 times read

0 Liked

जुगनू भाई / बालस्वरूप राही "जुगनू भाई, जुगनू भाई, कहाँ चले?" " जहाँ अँधेरा छाया, हम तो वहाँ चले।" " जुगनू भाई, अँधियारे मे क्यों जाते?" " भूली-भटकी तितली को घर ...

Chapter

×